हरि नाम जप: जीवन में सुरक्षा, समृद्धि और सद्गति।
शान्ताकारं भुजगशयनं पद्मनाभं सुरेशं।
विश्वाधारं गगनसदृशं मेघवर्णं शुभाङ्गम्।
लक्ष्मीकान्तं कमलनयनं योगिभिर्ध्यानगम्यम्।
वन्दे विष्णुं भवभयहरं सर्वलोकैकनाथम्॥**
Shantaakaaram Bhujagashayanam Padmanaabham Suresham
Vishvaadhaaram Gaganasadrisham Meghavarnam Shubhaangam
Lakshmikantam Kamalanayanam Yogibhirdhyaanagamyam
Vande Vishnum Bhavabhayaharam Sarvalokaikanatham
श्री हरि नाम जप — संरक्षण, कल्याण और मोक्ष की ओर
श्री विष्णु — संपूर्ण सृष्टि के पालनहार, दया और प्रेम के साक्षात स्वरूप हैं।
उनके पावन नाम और मंत्रों का जप, साधक के जीवन में अद्भुत परिवर्तन लाता है।
यह जप अभियान केवल शब्दों का उच्चारण नहीं है, बल्कि एक आंतरिक यात्रा है —
जहां भक्त का चंचल मन, हरि नाम की मधुरता में स्थिर हो जाता है।
हर मंत्र उच्चारण के साथ भीतर एक दिव्य प्रकाश जागृत होता है,
जो जीवन की कठिनाइयों, दुखों और भय का नाश करता है।
श्री विष्णु मंत्रों के जप से —
🔹 आत्मा को शांति मिलती है,
🔹 बुद्धि को सद्गति मिलती है,
🔹 जीवन में प्रेम, करुणा और संतुलन का संचार होता है।
यह संकल्प है —
अपने अंतःकरण में हरि नाम का दीपक जलाने का,
भवसागर से पार उतरने का,
और दिव्यता को अपने जीवन में जागृत करने का।
आइए, एकाग्र मन और शुद्ध भावना से,
‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’
मंत्र का सामूहिक जप करें और अपने हृदय को हरि भक्ति से आलोकित करें।
शांति, शक्ति और मोक्ष का सरल मार्ग — विष्णु मंत्र जप।